

DES MOINES, IA - AUGUST 10: Democratic presidential candidate and former Vice President Joe Biden speaks on stage during a forum on gun safety at the Iowa Events Center on August 10, 2019 in Des Moines, Iowa. The event was hosted by Everytown for Gun Safety. (Photo by Stephen Maturen/Getty Images)
वॉशिंगटन, 15 जनवरी (हि.स.)। अमेरिकी राष्ट्रपति बनने जा रहे जो बाइडेन ने अपने अहम चुनावी वादे को पूरा करते हुए कोरोना के कारण गंभीर रूप से प्रभावित अमेरिकी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए 1.9 ट्रिलियन डॉलर के राहत पैकेज का ऐलान किया। इसको कुछ हिस्सों में बांटा गया है। पैकेज को कांग्रेस यानी अमेरिकी संसद के दोनों सदनों से पारित कराना होगा। मोटे तौर पर देखें तो पैकेज लागू होने के बाद हर अमेरिकी के खाते में 1400 डॉलर यानी करीब 98 हजार रुपए आएंगे।
एक और खास बात यह है कि बाइडेन के पैकेज में छोटे कारोबारियों को भी राहत दी गई है। पैकेज को अमेरिकन रेस्क्यू प्लान नाम दिया गया है।
पैकेज में किसके लिए क्या
बाइडेन के पैकेज का सिर्फ एक मकसद है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जाए। पैकेज में जिस तरह का फंड का बंटवारा प्रस्तावित है, उससे साफ हो जाता है कि कारोबार, शिक्षा और हर अमेरिकी को राहत देने का फैसला किया गया है। इसके साथ ही वैक्सीनेशन पर भी फोकस किया गया है।
– 415 अरब डॉलर कोरोना के खिलाफ जंग पर खर्च किए जाएंगे।
– 1400 डॉलर हर अमेरिकी के अकाउंट में ट्रांसफर होंगे।
– 440 अरब डॉलर स्मॉल स्केल बिजनेस, छोटे कारोबार के सुधार पर खर्च होंगे।
-15 डॉलर प्रति घंटे के हिसाब से कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन मिनिमम वेज दिया जाएगा। पहले यह 7 डॉलर के आसपास था।
कुछ दिक्कत आ सकती है
दरअसलए नवंबर-दिसंबर में जब ट्रम्प राहत पैकेज लेकर आए थे तब बाइडेन और उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी ने कई सवाल उठाए थे। अब भी सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है। वो अड़ंगा लगा सकते हैं। दूसरी बात पैकेज में डिफेंस सेक्टर के लिए अलग से कोई ऐलान नहीं किया गया है। इस पर आपत्ति हो सकती है।
बाइडेन ने क्या कहा
एक और बात ध्यान देने वाली है। बाइडेन और वाइस प्रेसिडेंट इलेक्ट कमला हैरिस ने इस राहत पैकेज की घोषणा बाइडेन के होम टाउन विलिमिंग्टन में की। आमतौर पर इतनी बड़ी घोषणाएं देश की राजधानी में की जाती हैं। बहरहाल बाइडेन ने कहा कि संकट बड़ा और रास्ता मुश्किल है। अब हम और वक्त बर्बाद नहीं कर सकते। जो करना है वो फौरन करना है।
बाइडेन चाहते हैं कि 100 दिन में करीब 10 करोड़ अमेरिकी नागरिकों को वैक्सीनेट किया जाए। वे बेरोजगारी भत्ता 300 डॉलर से बढ़ाकर 400 डॉलर हर महीने करना चाहते हैं। स्कूल फिर खोलने के लिए 130 अरब डॉलर खर्च किए जाने की योजना है। एक करोड़ 10 लाख बेरोजगारों को 400 डॉलर हर महीने मिलना बड़ी राहत है।
भारत की कुल अर्थव्यवस्था के आधे से ज्यादा का राहत पैकेज
भारत की कुल अर्थव्यवस्था इस वक्त करीब 3 ट्रिलियन डॉलर की है। इस लिहाज से देखें तो बाइडेन ने जो राहत पैकेज अनाउंस किया है, वो भारत की अर्थव्यवस्था के आधे से भी ज्यादा है।