
नार्वे के राजदूत ने कर्णप्रयाग रेल परियोजना की प्रगति को जाना

– प्रधानमंत्री मोदी के मेगा प्रोजेक्ट ऋषिकेश कर्णप्रयाग
-रेल परियोजना पर निर्माणाधीन टनल का भी किया स्थलीय निरीक्षण
ऋषिकेश, 26 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराखंड में चल रहे मेगा प्रोजेक्ट का भारत में नार्वे के राजदूत हॉस जैकब फ्रेडनलैंड ने ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना का निरीक्षण किया। उन्होंने परियोजना की प्रगति और निर्माण में इस्तेमाल की जा रही नार्वे की तकनीकी में आ रही चुनौतियों की जानकारी हासिल की।
नार्वे के राजदूत हॉस जैकब फ्रेडनलैंड शनिवार की सुबह 10.00 बजे रेल विकास निगम के ऋषिकेश स्थित परियोजना मुख्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने परियोजना मुख्यालय में रेल विकास निगम के परियोजना निदेशक हिमांशु बडोनी, ओपी मालगुडी ने उन्हें ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना की प्रगति से संबंधित प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि हिमालयी क्षेत्र में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना एक बेहद चुनौतीपूर्ण परियोजना है, जिसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने बताया कि 125 किलोमीटर लंबी रेल परियोजना पर लगभग 205 किलोमीटर का क्षेत्र टनल के माध्यम से तय किया जाएगा।
16128 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रही ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर 18 सुरंगें और 16 पुल बनने हैं। इस परियोजना पर कुल 12 रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें से अभी तक पहला रेलवे स्टेशन योग नगरी ऋषिकेश बनकर तैयार हो चुका है। नॉर्वे के राजदूत ने परियोजना पर बन रही एडिट टनल-1 तथा एडिट टनल- 4 का स्थलीय निरीक्षण भी किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक ओमप्रकाश मालगुडी, सहायक परियोजना प्रबंधक सुमित जैन, विजय बहुगुणा, चीफ जियोलॉजिस्ट विजय डंगवाल, दूतावास के सलाहकार विवेक कुमार, काउंसलर मारित मेरी स्टैंड, नॉर्वेजियन जियो टेक्निकल इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक राजेंद्र भसीन आदि मौजूद रहे।