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नवमी-विजयादशमी पर्व एक ही दिन, चार अक्टूबर को मनेगा


गोरखपुर, 25 सितंबर (हि.स.)। गोरखनाथ मंदिर में शारदीय नवरात्र की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार मंदिर में शारदीय नवरात्र की नवमी व विजयादशमी का पर्व एक ही दिन मनाया जाएगा। दोनों पर्वों को चार अक्टूबर को ही मनाया जाएगा। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ परंपरागत रूप से नवमी के अवसर पर सुबह कन्या पूजन करेंगे। शाम को परंपरागत विजय शोभा यात्रा निकलेगी। नवरात्र पूजन से लेकर विजयदशमी तक के आयोजन की रूपरेखा मंदिर प्रबंधन ने तैयार कर ली है।

26 सितंबर को कलश स्थापना

मंदिर के प्रधान पुजारी कमलनाथ के मुताबिक 26 सितंबर को शाम पांच बजे मंदिर के शक्तिपीठ में कलश स्थापना होगी। इसके पहले शक्तिपीठ से साधु-संतों की शोभा यात्रा निकलेगी। य़ह भीम सरोवर पहुंचकर कलश में जल भरेगी। कलश स्थापना के बाद विजयदशमी तक प्रतिदिन शक्तिपीठ में सुबह-शाम चार से छह बजे तक श्रीमद्देवी भागवत कथा और दुर्गा सप्तशती का पाठ होगा। दो अक्टूबर को निशा-पूजन व हवन, तीन अक्टूबर को महाअष्टमी पूजा और चार अक्टूबर को महानवमी अनुष्ठान होगा।

चार अक्टूबर को मनेगी विजयादशमी

नवमी-दशमी एक ही दिन होने के चलते चार अक्टूबर को ही विजयदशमी भी मनाई जाएगी। विजयदशमी पर निकलने वाली शोभायात्रा गोरखनाथ मंदिर से प्रस्थान कर मानसरोवर मंदिर पहुंचेगी। गोरक्षपीठाधीश्वर यहां देव-विग्रहों का पूजन-अभिषेक करेंगे। फिर, शोभायात्रा अंधियारीबाग रामलीला मैदान पहुंचेगी। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ यहां भगवान श्रीराम का राजतिलक करेंगे। रामलीला के मंच से योगी आदित्यनाथ का संबोधन भी होगा। रामलीला मैदान के आयोजन के बाद शोभायात्रा गोरखनाथ मंदिर वापस लौटेगी और शाम सात बजे प्रसाद वितरण और अतिथियों का भोजन होगा।