
छत्तीसगढ़ :नक्सलियों ने कहा हम हिन्दू नहीं, फेंका पर्चा

बीजापुर, 30 मार्च(हि.स.)। जिले के भोपालपटनम तहसील के एनएच 63 पेगड़ापल्ली से सण्डरापल्ली के भट्टीगुड़ा के बीच बुधवार को नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी द्वारा फेंके गए नक्सली पर्चे में कहा गया है कि हम आदिवासी, ब्राह्मणीय हिन्दूत्व जाति व्यवस्था का हिस्सा नहीं है। हम आदिवासी मूलनिवासी, प्रकृति पूजक है हिन्दू नही है, इसलिए हमे अलग धर्म कोड चाहिए। इस विषय को लेकर आदिवासी समुदाय द्वारा जल-जंगल-जमीन पर अधिकार, आत्मसम्मान और अस्तित्व के लिए संघर्ष जारी रखा है।
पर्चे में कहा गया है कि आदिवासी समुदाय द्वारा अलग से जनगणना में धर्म कोड रखना जनवादी अधिकार है। पौराणिक कथाओं, शिलालेखों, भोजपत्रों में आदिवासी समुदाय का उल्लेख है। आदिवासी द्रविड़, बौद्ध धर्म ग्रंथों के अध्ययन से पता चलता है कि आदिवासी और द्रविड़ का गौरवशाली इतिहास रहा है। इस इतिहास को ब्राह्मणों द्वारा तोड़- मरोड़ कर लिखा गया है। ब्राह्मणीय हिन्दूत्व की वर्ण, जाति व्यवस्था और सामंतवादी समाज का उद्भव अंग्रेजी हुकूमत के समय हुआ। इन विचारों के विरोध में वैचारिक और राजनैतिक संघर्ष जारी रखने की बात कही है।