
अल्पमत में इमरान सरकार, अविश्वास प्रस्ताव पर नेशनल असेंबली में चर्चा कल, विदेशी साजिश का दावा खारिज

इस्लामाबाद, 30 मार्च (हि.स.)। पाकिस्तान में इमरान सरकार बुधवार को मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के समर्थन वापस लेने के साथ अल्पमत में आ गई। इसके साथ एमक्यूएम-पी के कोटे के दो मंत्रियों के इस्तीफे देने और विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मतदान करने के ऐलान के साथ ही सरकार की मुश्किल को और बढ़ा दिया है। इसके बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने आनन-फानन में कैबिनेट की विशेष बैठक बुलाई। इस्तीफे की अटकलों के बीच गृह मंत्री राशिद खान ने दावा किया है कि इमरान ‘आखिरी बाल तक खेलेंगे।
प्रधानमंत्री इमरान खान के अविश्वास प्रस्ताव से सरकार गिराने को अंतरराष्ट्रीय साजिश करार देने के दावों को स्थानीय पाकिस्तानी मीडिया ने सिरे से खारिज कर दिया है। इमरान ने रविवार को एक रैली में दावा किया था कि उनकी सरकार के खिलाफ विदेशी धन की मदद से साजिश रची गई है। अपने दावों के समर्थन में उन्होंने एक पत्र भी लहराया था।
इसी बीच पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार कामरान यूसुफ ने ट्वीट किया, ‘विश्वसनीय सूत्रों ने पुष्टि की है कि विदेशी साजिश संबंधी इमरान का दावा वाशिंगटन स्थित एक राजनयिक द्वारा भेजे गए संदेश पर आधारित है। किसी भी देश ने पाकिस्तान को सीधा कोई पत्र नहीं लिखा। एक टीवी परिचर्चा में पत्रकार मुर्तजा सोलांगी ने कहा कि यह कैसे संभव है कि कैबिनेट, राष्ट्रीय सुरक्षा समिति व संसद पत्र के बारे में अवगत नहीं है। वे देश को कैसे चला रहे हैं।
एमक्यूएम-पी प्रमुख खालिद मकबूल सिद्दीकी ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि हम सहिष्णुता व सच्चे लोकतंत्र की राजनीति के लिए नई शुरुआत करना चाहते हैं। पार्टी ने गत दिवस सरकार के सामने तीन मांगें रखी थीं। संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में एमक्यूएम-पी के सात सदस्य हैं। पांच सदस्यों वाली बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) सोमवार को विपक्ष के साथ जाने का एलान कर चुकी है।
जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआइ-एफ) के मुखिया मौलाना फजलुर रहमान ने दावा किया कि विपक्ष को 175 सांसदों का समर्थन प्राप्त है। यह भी घोषणा की गई कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष शहबाज शरीफ देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे।
उधर, कैबिनेट की विशेष बैठक के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान राशिद ने कहा कि इमरान ने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ धमकी वाला पत्र साझा किया। सहयोगियों ने इमरान के प्रति विश्वास जताया है। इमरान ने रविवार की रैली में एक पत्र लहराते हुए दावा किया था कि विदेशी ताकतें पाकिस्तान सरकार को गिराने का प्रयास कर रही हैं।