
अमर शहीद मंगल पांडे को किया गया याद

बेतिया, 29 मार्च (हि.स.)।सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857के महानायक अमर शहीद महान स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे द्वारा देश की स्वाधीनता एवं अंग्रेजों के अत्याचार के विरुद्ध स्वतंत्रता आंदोलन शुरू किए जाने की 165 वी वर्षगांठ एवं भारत की स्वाधीनता की 75 वीं वर्षगांठ आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष पर छात्र छात्राओं को विश्व शांति एवं मानवता का संकल्प दिलाया गया।
अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सचिव डॉ एजाज अहमद (अधिवक्ता) डॉ शाहनवाज अलीएवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने प्रथम स्वतंत्र संग्राम 1857 के अमर शहीद मंगल पांडे , वीर सैनिकों एवं स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन 165 वर्ष पूर्व महान स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद मंगल पांडे ने देश की स्वाधीनता एवं अंग्रेजों के अत्याचार के विरुद्ध आंदोलन आरंभ किया था। उनका सारा जीवन राष्ट्र के लिए संबंधित रहा।
एजाज अहमद ने कहा कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 के पूर्व भारतीयों पर हो रहे अत्याचार एवं भेदभाव को रोकने के लिए अंग्रेजों के अत्याचार के विरुद्ध बिगुल फूंका था। सर्वप्रथम मंगल पांडे एवं उनके साथियों ने एनफील्ड राइफलों के कारतूस जिसमें चर्बी का उपयोग किया जाता था ।मंगल पांडे एवं उनके साथियों ने किसी भी सूरत में चर्बी लगे कारतूस का इस्तेमाल करने से साफ इनकार कर दिया।एजाज ने कहा कि आखिरकार मंगल पांडे ने मातृभूमि की रक्षा एवं राष्ट्रीय एकता के लिए फांसी के पर फंदे पर लटकना बेहतर समझा।